गेहूं की पैदावार में वृद्धि हेतू करें, प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर का इस्तेमाल, जानें कैसे और कब करें
Plant Growth Regulator in wheat agriculture: गेहूं की पैदावार में वृद्धि हेतू करें, प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर का इस्तेमाल करने की सलाह।
हरियाणा की प्रमुख कृषि यूनिवर्सिटी चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के द्वारा हाल ही में (Plant Growth Regulator) के द्वारा गेहूं सरसों के अलावा सभी फसलों के बारे में किसानों को समय-समय पर जानकारि दी है ताकी अपनी उपज में वृद्धि कर सके। किसान साथियों आज हम जानेंगे गेहूं की फसल में वृद्धि हेतु प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर (Plant Growth Regulator) का इस्तेमाल कब और कैसे करें।
एक सप्ताह जनवरी का निकल चुका है इसके बाद अभी किसानों को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने जो नई किस्म DBW-1270, DBW -222, DBW -303, DBW -187, और DBW -327 इन गेहूं की किस्म की सिफारिश की गई, उसके बारे में प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर (Plant Growth Regulator) कृषि वैज्ञानिक DR. ओपी बिश्नोई के द्वारा दी गई किसानों को उचित सलाह के बारे में हम आर्टिकल में संपूर्ण जानकारी जानेंगे ।
गेहूं की पैदावार में वृद्धि हेतू करें प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर का इस्तेमाल । Plant Growth Regulator in wheat
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार, के कृषि वैज्ञानिक श्री ओपी बिश्नोई के अनुसार किसान plant growth regulater को गेहूं की किस्म DBW-1270, DBW -222, DBW -303, DBW -187, और DBW -327 में इस्तेमाल किया जा सकता है। क्योंकि इन गेहूं की किस्म की हाइट अधिक होती है। और किसानों द्वारा बिजाई इन गेहूं की किसी भी किस्म का अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से लेकर नवंबर के पहले सप्ताह तक किया है। तो इस स्थिति में किसानों को सप्रे के द्वारा इसका उपयोग करना चाहिए।
गेहूं की फसल में प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर के कार्य
जब किसान किसी फसल की बुवाई करते हैं उस समय खाद की मात्रा अधिक होती है इस स्थिति में प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर का गेहूं की फसल में स्प्रे के द्वारा छिड़काव करना और भी आवश्यक हो जाता है, क्योंकि इसके छिड़काव के चलते गेहूं में 10 इंच तक हाइट कम हो जाता है। जिसके चलते गेहूं में गिरने का डर नहीं रहता और उत्पादन अच्छा रहता है।
बता दें कि गेहूं की फसल में ज्यादा हाइट होने के चलते नीचे गिर जाती है और उसका एक प्रमुख कारण होता है कि गेहूं की तना मुलायम रहता है। और इसके छिड़काव करने से यह मजबूत होता है। और कहां को नीचे गिरने से रोकता है।
गेहूं की फसल में कब करें प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर का इस्तेमाल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गेहूं की फसल में प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर (Plant Growth Regulator) का इस्तेमाल करते समय किसानों को इस बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए कि आपकी फसल अगर जेटली मिट्टी या हल्की मिट्टी में बोई गई है तो आप इस का सपना के द्वारा छिड़काव करने की आवश्यकता नहीं रहती वहीं अगर आपने भारी मिट्टी में बिजाई हुई और आपको लगे कि आपकी फसल में जमीन पूरी तरह से दिखाई नहीं दे रही है और फसल ज्यादा बढ़वार ले रही है। तो इस स्थिति में आपको इसका पहला स्प्रे 55 दिन के करीब करना चाहिए। वहीं दूसरा स्प्रे आप 80 से 85 दिन के बीच कर सकते हैं।
कितनी मात्रा में डालें प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर
Plant Growth Regulator: कृषि विशेषज्ञ डॉक्टर ओपी बिश्नोई के मुताबिक BASF लिहोसिन प्रति लीटर 2 ml के साथ टेबुकोनाजोल 25.9% ई.सी की 1ml प्रति लीटर पानी के साथ मिलाकर गेहूं में स्प्रे द्वारा छिड़काव करें। गेहूं की फसल पर दो बार छिड़काव करें ताकि गेहूं की जो तना मजबूत बनेगा और गेहूं लंबे समय तक जमीन पर नहीं गिरेगा।
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